रैम का फुल फॉर्म रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM- Random Access Memory) होता है! ये कंप्यूटर की मेमोरी होती है! यह एक Temporary Storage होती है! Computer System के ऑफ होते ही इसमें Store सभी डेटा Remove हो जाता है! और उस डेटा को वापस नही लाया जा सकता है! इसलिए RAM को Volatile Memory भी कहा जाता है!
क्या आप जानते हैं रैम क्या है (What Is Ram), आप लोग रैम का नाम तो ही सुने होंगे! आप लोग जब भी Smart Phone या Computer लेने जाते होंगे तो दुकानदार से ये जरुर पूछते होंगे की इसका रैम कितने GB का है!
कुछ लोग समझते हैं की रैम जितना जादा होगा Phone उतना ही अच्छा चलेगा! कुछ लोग तो ये भी सोचते हैं की रैम जादा रहेगा तो Phone Hang नही होगा! Slow नही चलेगा क्या ये सच है? आज इस पोस्ट में जानेंगे क्या ये सब बातें सच हैं! और RAM क्या होता है, यह कितने प्रकार के होते हैं, रैम कि सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में मिलेगी! और कुछ बाते हम Primary Memory के बारे में भी करेंगे|
मेमोरी क्या है और कितने प्रकार के होते हैं
क्या आपको किसीने ऐसा बोला है की तुम्हारी Memory कमजोर हो गयी है! अगर आपका जवाब है नही, तो तुम्हारी यादास्त कमजोर हो गयी है! ऐसा तो जरुर ही किसीने ने कभी ना कभी तो आप लोगो को बोला ही होगा!
तो जैसे हमारी जो यादास्त होती है जहा सारी चीजे फीट होती हैं उसे Memory कहते हैं! जैसे हम लोगो के पास Memory होती है उसी प्रकार कंप्यूटर के पास भी मेमोरी होती है! जहा कंप्यूटर सारे डेटा को Save करके रखता है! और हम जब चाहे तब उस डेटा को कंप्यूटर की मेमोरी से निकाल सकते हैं!
कंप्यूटर को कैसे पता चलता है की कौन सा डेटा और Instructions किस मेमोरी में है! इसलिए Computer Memory को छोटे छोटे हिस्सों में बाटा गया है! इन सब का Size सामान होता है! इसे Cell कहते हैं!
हर एक Cell का पता (Address) होता है जिसे Memory Address बोला जाता है! Memory Address का मतलब होता है हर एक Cell का Address! इस Address के जरिये Computer अपने अन्दर Store डेटा को खोजता है
कंप्यूटर में Memory मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं! इन सब के अलग-अलग काम और खासियत होते हैं |
- Primary Memory
- Secondary Memory
- Cache Memory
लेकिन इस पोस्ट में हम सिर्फ Primary Memory के बारे में बात करेंगे!
Primary Memory (प्राथमिक मेमोरी):-
इस मेमोरी को मेन मेमोरी भी कहते हैं! यह एक अस्थाई मेमोरी होती है! ये वही डाटा को स्टोर करके रखता है जो कंप्यूटर अभी इस्तेमाल कर रहा होगा! और कंप्यूटर बंद होते ही सारा डाटा खत्म हो जाता है! इस मेमोरी का Space सिमित रहता है! इस मेमोरी में डाटा तभी तक रहता है जब तक Power यानि Electricity रहती है Power बंद डाटा गायब!
ये Semiconductor से बनी होती है! Registers की तुलना में इसकी Speed कम होती है! ये दो प्रकार के होते हैं-
- RAM
- ROM
रैम क्या होता है (What Is Ram In Hindi):-
रैम एक प्रकार की मेमोरी होती है! जो अस्थाई रूप से कंप्यूटर में चल रहे प्रोग्राम को स्टोर किये रहता है! लेकिन रैम इन सब चीजों को तभी तक स्टोर किये हुए है जब तक कंप्यूटर चल रहा है! कंप्यूटर बंद होते ही सारे डाटा डिलीट हो जाते हैं!
जब आप किसी फ़ाइल को ओपन करते हैं या एक प्रोग्राम चलाते हैं! तो आपके कंप्यूटर अपनी रैम से डेटा को पढ़ता है तथा उसे प्रोसेस करता है! रैम वास्तव में कंप्यूटर के ब्रेन की तरह होती है।
एक औसत कंप्यूटर में आमतौर पर 2GB से 16GB तक की RAM होती है! लेकिन उच्च-स्तरीय कंप्यूटर या सर्वर में और अधिक RAM होती है! RAM के बिना, कंप्यूटर को काम करने में कई समस्याएं हो सकती हैं! क्योंकि बिना RAM के कंप्यूटर अपने सारे डेटा को अपनी हार्ड ड्राइव में स्टोर करते हुए बहुत ही धीमा हो जाएगा।
रैम कंप्यूटर की एक मेमोरी होती है! अब आप कहेंगे की कंप्यूटर की Memory तो हार्ड डिस्क (Hard Disk) होता है! तो रैम कंप्यूटर की मेमोरी कैसे? तो आपको बता दें कंप्यूटर में जो भी डेटा सेव होता है! बड़े फाइल के रूप में और कंप्यूटर को चलाने के लिए जो भी Basic चीज़े होती हैं वो Hard Disk में Save होती हैं!
लेकिन जब उन मेमोरी को एक्सीक्यूट (Execute) करना होता है यानि हमे चलाना होता है! तो तब यह रैम उस मेमोरी को अपने अन्दर एक्सेस कर उस प्रोग्राम को रन करता है!
रैम का पूरा नाम (Full Form Of Ram):-
RAM का Full Form है- Random Access Memory
इसे रैंडम एक्सेस मेमोरी क्यों कहा जाता है?
RAM को रैंडम एक्सेस मेमोरी कहा जाता है! क्योंकि इसमें डेटा को बहुत तेज़ी से और बिना किसी सिरदर्द के एक्सेस किया जा सकता है! यानी कि जिस भी डेटा को RAM में स्टोर किया जाता है! उसे कंप्यूटर बिना किसी सिरदर्द के जल्दी से एक्सेस कर सकता है।
इससे अलग है, हार्ड ड्राइव जो कंप्यूटर में एक ऐसा मेमोरी होता है! जो डेटा को धीमे गति से एक्सेस करती है! हार्ड ड्राइव में डेटा को स्टोर करने और उसे एक्सेस करने में थोड़ा समय लगता है! इसीलिए, कंप्यूटर में सिस्टम के तेज़ी से काम करने के लिए, रैंडम एक्सेस मेमोरी का उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा, RAM में डेटा को रैंडमली स्टोर किया जाता है! यानि कि डेटा को कहीं भी मेमोरी में स्टोर किया जा सकता है! और उसे जितनी बार चाहें उतनी बार एक्सेस किया जा सकता है! इसीलिए इसे “रैंडम” एक्सेस मेमोरी कहा जाता है।?
रैम की विशेषताएं (Characteristics Of RAM):-
RAM के बारे में तो आप जान गये लेकिन इसकी विशेषताएं क्या हैं आइये इसके बारे में भी जानते हैं!
- रैम एक अस्थाई मेमोरी है जब कंप्यूटर बंद होता है तो इसमें से सारे डेटा डिलीट हो जाते हैं!
- रैम में स्टोर किये गये डेटा को बहुत तेजी से स्टोर किया जा सकता है! यह बहुत ही फ़ास्ट मेमोरी है!
- इसे Computer की Working Memory भी कहते हैं!
- रैम मेमोरी में डेटा को स्टोर करने और उसे एक्सेस करने की क्षमता काफी अधिक होती है!
- RAM मेमोरी की क्षमता बढ़ाई जा सकती है! जिससे कंप्यूटर को अधिक से अधिक मेमोरी मिलती है जो कम्प्यूटर की प्रदर्शन को बढ़ाती है।
- सारे Programs, Applications, Instructions इसी मेमोरी में चलते हैं!
- इस मेमोरी Rको CPU इस्तेमाल करता है!
रैम के प्रकार (Types Of RAM):-
RAM दो प्रकार के होते हैं!
- Static RAM
- Dynamic RAM
Static RAM:-
स्टैटिक रैम (Static RAM या SRAM) एक प्रकार की रैंडम एक्सेस मेमोरी है! जो कम्प्यूटर में डेटा संग्रहित करने के लिए उपयोग की जाती है! इसका नाम स्टैटिक है क्योंकि यह डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करता है! इसमें एक बिट को एक ट्रांजिस्टर और एक कैपेसिटर का कम्बिनेशन द्वारा संचालित किया जाता है।
Static RAM को DRAM (डायनेमिक रैम) से अलग करने का सबसे बड़ा फायदा यह है! कि इसमें डेटा को रेड या व्रिट करने के लिए बैंक एड्रेसिंग के उपयोग की जाने की आवश्यकता नहीं होती! इसलिए, एक बैंक से एक बार में केवल एक वर्ड को पढ़ा जाता है! और एक बार में केवल एक वर्ड लिखा जाता है।
Static RAM को डायनेमिक रैम से भी तेज माना जाता है! जिसे यह सुनिश्चित करने के लिए एक एक्स्टर्नल टाइमिंग साइकल की आवश्यकता नहीं होती! इससे SRAM को कम्प्यूटर एप्लीकेशन के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है! जहां त्वरित पहुँच और तेज प्रक्रिया की आवश्यकता होती है।
Dynamic RAM:-
डायनेमिक रैम (Dynamic RAM या DRAM) एक प्रकार की रैंडम एक्सेस मेमोरी है! जो कम्प्यूटर में डेटा संग्रहित करने के लिए उपयोग की जाती है! यह सबसे आम प्रकार की RAM है और इसे डायनेमिक कहा जाता है! क्योंकि इसमें डेटा को संग्रहित करने के लिए एक डायनेमिक प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है।
DRAM में, हर सेल को एक ट्रांजिस्टर और एक कैपेसिटर का कम्बिनेशन द्वारा संचालित किया जाता है! कैपेसिटर डेटा को संग्रहित करता है और ट्रांजिस्टर उसे पढ़ने या लिखने के लिए सक्रिय करता है! यह प्रक्रिया डायनेमिक है क्योंकि कैपेसिटर आहरण क्षमता धीमी रूप से डिस्चार्ज हो जाती है! जिससे डेटा को नियमित अंतरालों पर रीफ्रेश किया जाना होता है।
DRAM में डेटा एक बैंक से पढ़ा जाता है! और एक बैंक में एक बार में केवल एक वर्ड लिखा जा सकता है! इसके अलावा, DRAM को संचालित करने के लिए एक एक्स्टर्नल टाइमिंग साइकल की आवश्यकता होती है! जो सिस्टम क्लॉक के साथ सिंक्रनाइज्ड होता है|
ज्यादा RAM होने के क्या फायदे होते हैं ?
जब आप कम्प्यूटर में ज्यादा RAM जोड़ते हैं, तो इससे कुछ महत्वपूर्ण फायदे होते हैं:
- तेज रनिंग: जब आप अपने कम्प्यूटर में ज्यादा RAM जोड़ते हैं! तो आपका सिस्टम ज्यादा डेटा को संग्रहित कर सकता है! और आपके ऐप्स जल्दी चलते हैं! जब आप ज्यादा RAM का उपयोग करते हैं! तो आप ऐप्स को अधिक डेटा संग्रहित करने दे सकते हैं! जो आपको तेजी से चलने में मदद कर सकता है।
- बेहतरीन मल्टीटास्किंग: अगर आपके पास अधिक RAM होगा तो आप अपने कम्प्यूटर पर अधिक टास्क एक साथ कर सकते हैं! जैसे कि एक समय में कई विंडो खोलना या एक समय में कई ऐप्स चलाना।
- बेहतर गेमिंग: अगर आप गेमिंग के शौकीन हैं! और उच्च रिसोल्यूशन वाले गेम खेलते हैं, तो ज्यादा RAM आपके लिए मददगार साबित हो सकता है! उच्च रिसोल्यूशन वाले गेम को चलाने के लिए ज्यादा RAM की आवश्यकता होती है! जो आपको बेहतर गेमिंग एक्सपीरियंस प्रदान कर सकता है।
RAM और ROM में अंतर
क्या फ़ोन के RAM और PC के RAM में कोई अंतर होता है ?
ज्यादातर Mobile Processor में LPDDR का इस्तेमाल होता है! और Computers में PCDDR का इस्तेमाल होता है!
LPDDR का Full Form- Low Power Double Data synchronous RAM होता है! और PCDDR का Full Form- Standard Double Data Synchronous RAM होता है!
ये दोनों रैम एक दुसरे से Power में ही अलग होते हैं! Mobile RAM को जादा Power Save करने के लिए Design कीया गया है! वही PC RAM को ज्यादा Performance बढ़ने के लिए Design किया गया है!
PC RAM की तुलना में Mobile Processor को मुख्य रूप से Processor और Power के बिच में Balance बनाने के लिए बनाया गया है!
Conclusion:-
तो दोस्तों आज की यह पोस्ट रैम क्या है (What Is RAM) कैसी लगी हमे Comment में जरुर बताएं! उम्मीद करती हूँ आपको ये पोस्ट समझ आया होगा और ये आपके काम भी आएगा!
कुछ लोगों को ROM और Cache Memory में Confusion होगा! लेकिन चिंता करने की कोई बात नही है इसकी जानकारी आप लोगो मै अपने अगले पोस्ट में दूंगी!
आज आप लोगो ने रैम की सम्पूर्ण जानकारी के बारे में पढ़ा! रैम क्या है, यह कितने प्रकार के हैं, इसकी विशेषताएं, मेमोरी क्या होती है, यह कितने प्रकार के होते हैं! आज आप लोगो ने इन सारे Topics को Clear कर लिया! उम्मीद करती हूँ इन सारे Topics में आप लोगों को कोई Confusion नही होगा! अगर किसीको भी कोई Doubt है तो आप उसे बेझिझक Comment में पूछ सकते हैं|
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