हेल्लो रीडर, मैं आस्था गिरि आज मैं यहाँ पर कंप्यूटर से जुड़ी तमाम ऐसी बेसिक जानकारियां शेयर करने जा रही हूँ, जिसके बारे में आपको जरुर जानना चाहिए, कंप्यूटर क्या है? सम्पूर्ण जानकारी | What is Computer All About in Hindi|
मुझे उम्मीद है, शायद ही दुनिया मे कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने अब तक Computer का नाम नही सुना हो। आप भी कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज रखते होंगे, लेकिन क्या आप इस नायाब Electronic Machine को सिर्फ घर और दफ्तर में इस्तेमाल होने वाले एक साधारण PC की तरह देखते है? या हो सकता है, आपके लिए Computer की परिभाषा बहुत छोटी हो परन्तु यह सिर्फ मेज पर रखी एक डिवाइस (Computer) नही है, बल्कि आज की Modern Technology को विकसित करने वाली एक जादुई मणि की तरह है।
कंप्यूटर की सहायता से उपयोगकर्ता हजारो लाखो डेटा को थोड़े समय में ही प्रोसेस (Process) कर सकते हैं | आज, कंप्यूटर हमारे जीवन के लगभग हर एक पहलू में अहम् भूमिका निभाता है |
विचारणीय तथ्य
जरा सोचिये !आप घर में बैठे दुनिया के किसी भी कोने में मौजूद इंसान से Internet के जरिये सम्पर्क कर लेते है! अपनी मनपसंद का टेलीविजन पर कोई कार्यक्रम देख सकते है! एक प्लास्टिक से जैसे दिखने वाले सिंपल से कार्ड (ATM) से कही भी पैसे निकाल लेते है! और तो और अब तो शॉपिंग के लिये बाहर भी नही जाना पड़ता! आगे और भी न जाने कितनी टेक्नोलॉजी आएगी ये कोई नही जानता, तो आइये जाने कंप्यूटर क्या है?
अगर आप अब भी ये सोचते है, कि Computer कोई जानने वाली जैसी चीज़ नही है तो आप बिलकुल गलत है। मैं आपको यकिन दिलाती हूं, अगर आप कंप्यूटर के बारे में जान ले, तो आपको आज की टेक्नोलॉजी को समझते देर नही लगेगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि टेक्नोलॉजी की दुनियां में जितना भी विकास हुआ है, वो सब इसी मशीन (Computer) पर किये गए प्रयोगों का ही परिणाम है।
शायद अब आप समझ गए होंगे कि असल में Computer किसे कहते है? इसकी जानकारी आपको देने वाली हूँ। अगर आप एक Student है या Computer सीखना चाहते है, तो यह पोस्ट आपके लिये बहुत उपयोगी साबित होने वाली हैं। लेकिन सबसे पहले इसकी परिभाषा जानने से शुरुआत करते है।
1. कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computer)
कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति कंप्यूट शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है गणना करना | तथा बोलचाल की भाषा में इसे कैलकुलेटिंग डिवाइस भी माना जाता है |
हालाकि इसे इलेक्ट्रोनिक मशीन कहना उचित होगा, क्योंकि यह एक इलेक्ट्रिक से चलने वाला उपकरण है, तथा यह बहुत ही तीव्र गति (Very Fast) से कार्य करने की क्षमता रखता है |
यह अंकगणितीय (Arithmetical) और तार्किक (Logical) दोनों प्रकार की गणनाए करने में सक्षम है |
परन्तु आज इसकी परिभाषा ही बदल गई है। क्योंकि आज के कम्प्यूटर बहोत स्मार्ट हो गये है। तथा यह आज सिर्फ गणना करने तक ही सीमित दायरे में नहीं रह गये है, बल्कि आज इनका उपयोग Music, Graphics, Internet, Videography, Photography, Maps, Live Show, Medical Science इत्यादी क्षेत्रों में होन लगे है।
2. उद्देश्य (Objective)
हमारे इस अध्याय का मुख्य उद्देश्य यह है कि आप कम्प्यूटर के बारे में बेसिक से सब कुछ सरलता से जानते जाए। जैसे कि कम्प्यूटर क्या है?, कम्प्यूटर का इतिहास, कम्प्यूटर का जनरेशन, कम्प्यूटर के एप्लीकेशन, इनपुट/आउटपुट डिवाइसेस, स्टोरेज डिवाइस, हार्डवेयर एवं साॅफ्टवेयर, लैंग्वेजेस, आपरेशन, मल्टीमीडिया एवं एंटरटेनमेंट इत्यादि।
3. कंप्यूटर का अर्थ (Computer Full Form in Hindi)
आपको किसी भी प्रकार की मतभेद को इग्नोर करते हुवे ये ध्यान में रखना है कि, अन्य – अन्य वेबसाइट पर इसका फुल फॉर्म अलग देखने को मिल सकता है। परन्तु Computer के लिये अधिकतम उपयोग की जाने वाली फुल फॉर्म निम्नलिखित है |
- Commonly
- Operated
- Machine
- Particularly
- Used
- Technical
- Educational
- Research
4. कंप्यूटर से किये जाने वाले कार्य (Computer Works)
अक्सर, ये देखने को मिलता है कि नए उपयोगकर्ता को नही पता होता कि वह Computer में क्या – क्या कर सकते है? हमने कुछ प्रमुख कार्य के बारे बताया गया है, जिन्हें Computer बहुत ही आसानी से कर सकता है:
- विभिन्न सॉफ्टवेयर जैसे ― MS Word, Excel और PowerPoint के इस्तेमाल से आप Document बनाना, स्प्रीडशीट और प्रेजेंटेशन तैयार करना।
- Entertenment के लिये Music सुनना, Movies देखना और Games खेलना।
- Personal Information, Files और विभिन्न प्रकार के डेटा को स्टोर कर सकते है।
- Social Media के जरिये फैमिली और दोस्तों से जुड़ना ।
- Web Browser करना ।
- Photo और Video edit करना तथा Animation बनाना ।
- Online पैसे कमाना ।
- ईमेल भेज व प्राप्त कर सकते है।
- न्यूज़ पेपर पढ़ना।
5. कंप्यूटर क्या है? (What is Computer)
“Computer एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसका उपयोग गणना करने, डेटा/इन्फॉर्मेशन को स्टोर करने, व्यवस्थित, और पुनःप्राप्त करने, तथा अन्य मशीनों को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है!“
कंप्यूटर की सहायता से उपयोगकर्ता हजारो लाखो डेटा को थोड़े समय में ही प्रोसेस (Process) कर सकते हैं! आज, कंप्यूटर हमारे जीवन के लगभग हर एक पहलू में अहम् भूमिका निभाता है!
कंप्यूटर के विकास के कारण ही आज का युग डिजिटल युग हो पाया है! यह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो कि 3 भागों में कार्य करता है, यानि इनपुट (Input), प्रोसेसिंग (Processing) और आउटपुट (Output) |
यह भिन्न – भिन्न प्रकार के इनपुट उपकरणों (Input Device) से इनपुट लेता है और इनपुट डेटा लेने के बाद प्रोसेसर इसे उपयोगकर्ता के द्वारा दिए गए निर्देशो के अनुसार विभिन्न प्रकार के आपरेशन करता है! तथा अंत में आउटपुट (Output) के माध्यम से दिए गए निर्देशों का परिणाम देता है! तथा जरुरत पड़ने पर परिणामों को Save भी करता है।
Input:-
ऐसे सभी Commond जो User द्वारा Computer को दी जाती है! जिसके उपरान्त कंप्यूटर आउटपुट देता है, उसे Input कहते है।
ऐसा करने के लिये यूजर Input Device जैसे Keybord और Mouse इत्यादि का उपयोग करते है।
Processing:-
इनपुट के बाद Computer User द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर प्रोसेसिंग करता है! इस कार्य के लिए इसमें Central Processing Unit यानि कि CPU जिम्मेदार होता है! तथा यह User द्वारा Input किये Data को सही जानकारी में कन्वर्ट करता है! सामान्यतया इसे कंप्यूटर का मस्तिस्क भी कहा जाता है।
Output:-
Input किये गए डेटा को Processing करने बाद Computer उसे Output Device को भेजता है! जिससे वह User को प्राप्त हो सके! मुख्य रूप से Output को प्रदर्शित करने के लिये Display डिवाइस (Monitor), Printer, Speaker, Projector, Plotter का उपयोग किया जाता है। जो भी आप Computer में करते है, वह सब आपको Display में Output के रूप में दिखाई देता है।
कंप्यूटर के प्रकार:- (Types of Computer)
कंप्यूटर को अपने कार्यक्षमता और उद्देश्य के आधार पर इसे तीन भागों में विभाजित किया गया है!
Analog Computer, Digital Computer, Hybrid computer
एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)
Analog omputer में डाटा ट्रांसमिशन एक सीधी रेखा में होता है जिसे एनालॉग ट्रांसमिशन कहते हैं ! एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग एनालॉग डाटा को प्रोसेस (Process) करने के लिए किया जाता है !
सरल शब्दों में कहे तो Analog Computer वह कंप्यूटर है जिसके द्वारा भौतिक मात्राओं को मापा जाता है ! इसका उपयोग वैज्ञानिक(Scientist) करते हैं !
इसका उपयोग विदयुत प्रवाह(Electric current), तीव्रता (Frequency), और प्रतिरोध (Resistance) को मापने के लिए किया जाता है |
डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)
वो कंप्यूटर जो डिजिटल तकनीक का अनुसरण करते हैं उन्हें डिजिटल कंप्यूटर कहते हैं ! डिजिटल कंप्यूटर डाटा को बाइनरी रूप में अर्थात 0 और 1 के डिजिट में कार्य करते हैं ! वर्तमान समय में इसी तरह की कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है !
Smart Phone, Tab, Laptop और Calculator इसके कुछ उदाहरण हैं |
डिवाइस के प्रकार और आकार के आधर पर डिजिटल कंप्यूटरों को 4 श्रेणियों में बाटा गया है !
- Micro Computer ( माइक्रो कंप्यूटर)
- Mini Computer ( मिनी कंप्यूटर )
- Mainframe Computer ( मेनफ़्रेम कंप्यूटर )
- Super Computer ( सुपर कंप्यूटर )
Micro Computer ( माइक्रो कंप्यूटर ):-
माइक्रो कंप्यूटर सर्वाधिक छोटा कंप्यूटर होता है! इसमे CPU के स्थान पर माइक्रो प्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है! तथा एक समय में एक ही व्यक्ति काम कर सकता है ! माइक्रो कंप्यूटर को हम पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer) भी कहते हैं |
Mini Computer ( मिनी कंप्यूटर ):-
मिनी कंप्यूटर, माइक्रो कंप्यूटर से अधिक क्षमतावान (Powerful) होते हैं! इसमें कई उपयोगकर्ता एक समय में ही काम कर सकते हैं! मिनी कंप्यूटर में एक से जादा CPU होते हैं |
Mainframe Computer ( मेनफ्रेम कंप्यूटर ):-
मेनफ्रेम कंप्यूटर का आकार बहुत बड़ा होता है! ये बहुत शक्तिशाली ( Powerful ) कंप्यूटर होते है! यह बहुत बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर किया जा सकता है! मेनफ्रेम कंप्यूटर एक समय में कई कार्यो को पूरा कर सकता है ! मेनफ्रेम कंप्यूटर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि, ये बिना रुके 24 घंटे तक काम कर सकता है |
Super Computer ( सुपर कंप्यूटर ):-
सुपर कंप्यूटर की कार्य करने की क्षमता अन्य कंप्यूटर की तुलना में काफी जादा होती है इसलिए इसे Super नाम दिया गया है! सुपर कंप्यूटर का उपयोग मुख्य रूप से वैज्ञानिक और इंजीनियर करते हैं | सुपर कंप्यूटर को महासंगणक भी कहा जाता है |
हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)
हाइब्रिड कंप्यूटर में Analog Computer और Digital Computer दोनों के फीचर्स होते हैं! इसको बनाने का मुख्य उद्देश्य ये था कि, ये कंप्यूटर एनालॉग डेटा के साथ-साथ डिजिटल डेटा पर भी कार्य कर सके!
हाइब्रिड कंप्यूटर Analog Signals को स्वीकार करता है, और प्रोसेसिंग से पहले उन्हें डिजिटल रूप में परिवर्तित करता है |
कंप्यूटर का इतिहास :- (History of Computer)
आज से कुछ सौ साल पहले गणना करना एक आसान काम नहीं हुआ करता था! ज्यादा लम्बी-चौड़ी गणना करने में काफी समस्या हुआ करता था! तथा शुद्धता में काफी कमी हुआ करता था।
फिर इस समस्या को देखते हुवे, हम मनुष्यों ने एक गणना करने योग्य एक मशीन का निर्माण किया! जिसका नाम “अबैकस“(Abacus) रखा गया, जिसे हम आज के समय में सबसे पहला कम्प्यूटर के नाम से भी जानते है!
एक कहावत तो आप सबने सुनी ही होगी कि, आवश्यकता अविष्कार की जननी है! यह कहावत कम्प्यूटर के अविष्कार पर बिल्कुल सटिक बैठता है!
बाद में पाॅस्कल, लाॅरेंस, जैकब आदि नें कई डिवाइसें बनायी परन्तु किसी में भी मेमोरी न थी! तत्पश्चात सत्रहवीं शताब्दी में (Charles Babbage) ने एक मशीन बनायी जिसमें मेमोरी डाली गयी।
उस वक्त मशीन के अविष्कार से ही आधुनिक युग की शुरुआत हुई! आज के सभी कंप्यूटर में मेमोरी (Memory) सभी विशेषताओं में से एक विशेष विशेषता है! इसी के कारण चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का पितामह कहा जाता है!
ENIAC प्रथम इलेक्टानिक कम्प्यूटर है, तथा यही से इलेक्टानिक कम्प्यूटर का युग शुरू हो गया।
कंप्यूटर के जनरेशन :- (Generation of Computer)
कम्प्यूटर की तकनीक को विकसित होने में लगभग पांच पीढियों का वक़्त लग गया है। इसीलिए कंप्यूटर की पांच पीढियां होती है। जो कि नीचे दी गयी हैं-
पहली पीढ़ी के कंप्यूटर :- (First Generation Computer) (1940-1956)
कंप्यूटर के पहली पीढ़ी का समय 1940 से 1956 तक रहा! पहली पीढ़ी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया जाता था! इस पीढ़ी के कंप्यूटर आकार में इतने बड़े हुआ करते थे कि इनको रखने के लिए एक कमरे की जरुरत पड़ती थी! इस कंप्यूटर में काफी कमियां थी ये बिजली बहुत खर्च करते थे और काम करते समय जल्दी गर्म हो जाते थे! पहली पीढ़ी के कंप्यूटर केवल मशीन लैंग्वेज का इस्तेमाल करते थे |
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर :- (Second Generation Computer) (1956-1963)
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का समय 1956 से 1963 तक रहा! इस पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर (Transistor) का प्रयोग किया जाता था! पहली पीढ़ी के कंप्यूटर के मुकाबले इसका आकर छोटा था और काफी तेज कम करते थे! ये कंप्यूटर आकर में छोटे होने के कारण कम बिजली खर्च करते थे और काम करते समय जल्दी गर्म नही होते थे ! इस पीढ़ी के कंप्यूटरमें असेंबली लैंग्वेज और हाई-लेवल लैंग्वेज का प्रयोग किया जाता था |
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर :- (Third Generation Computer) (1964-1971)
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का समय 1964 से 1971 तक रहा! इस पीढ़ी में कंप्यूटर काफी जादा Advance और Modern हो गए थे! इस पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर की जगह IC (इंटीग्रेटेड सर्किट) का प्रयोग होने लगा! पिछले दोनों पीढियों के मुकाबले तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर की काम करने की स्पीड काफी अच्छी थी! इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Cobol, Pascal आदि लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता था|
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर :- (Fourth Generation Computer) (1970-1985)
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का समय 1970 से 1985 तक रहा! इस पीढ़ी के कंप्यूटर में IC कि जगह माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग होता था! चौथी पीढ़ी में कंप्यूटर और भी आधुनिक हो गए थे! इस पीढ़ी के कंप्यूटर की कार्यक्षमता और स्पीड दोनों ही बढ़ गयी! इस पीढ़ी के कंप्यूटर C, C++ लैंग्वेज को सपोर्ट करते थे |
पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर :- (Fifth Generation Computer)
वर्तमान समय में हम जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल कर रहे हैं वो कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी है और यह कंप्यूटर की आखरी पीढ़ी है! इस पीढ़ी के कंप्यूटर काफी तेज गति से कार्य करते हैं! इस पीढ़ी के कंप्यूटर बाकि कंप्यूटर की तुलना में जादा Modern और Advance हैं!
कंप्यूटर की विशेषताए :- (Characteristics of Computer)
वर्तमान समय में कंप्यूटर अपनी विशेषताओं की वजह से हमारे जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी होता जा रहा है! तो आइये हम कंप्यूटर की कुछ विशेषताओं के बारे में जानते हैं|
उच्च गति:-(High Speed)
कंप्यूटर की गति बहुत ही तीव्र है! ये बड़ी से बड़ी गणनाओं को कुछ ही समय में कर सकता है! हम मनुष्यों द्वारा अधिक समय में किये जाने वाले गणनाओं को ये कुछ ही सेकंड में कर सकता है! वर्तमान समय में कंप्यूटर नैनो-सेकेण्ड गणनाए कर सकता है |
संचय क्षमता:-(Storage Capacity)
कंप्यूटर में संग्रहण माध्यम (जैसे हार्ड डिस्क, SSD मेमोरी कार्ड, सीडी रोम) में असीमित डाटा को स्टोर कर सकते हैं! इसकी संचय क्षमता अत्यधिक विशाल होती है! कंप्यूटर में कम स्थान में अधिक डेटा को संचय किया जा सकता है|
शुद्धता :-(Accuracy)
कंप्यूटर द्वारा की गयी गणनाओं में कभी कोई त्रुटी नही होती कंप्यूटर द्वारा की गयी साडी गणनाए त्रुटी रहित होती हैं! अगर गणना में कभी कोई त्रुटी आती है तो प्रोग्राम या डेटा में हम मनुष्यों से हुई गलतियों की वजह से आती है! अगर प्रोग्राम और डेटा सही है तो कंप्यूटर से गणना में कभी कोई त्रुटी नही होती है|
गोपनीयता :-(Secrecy)
कंप्यूटर में कर रहे कार्यो को हम गोपनीय (secretly) भी रख सकते हैं! अपने डाटा और कार्यकर्मो को पासवर्ड से लॉक कर सकते हैं! जिससे हमारे डाटा को सिर्फ वही व्यक्ति देख सकता है जिसे पासवर्ड पता हो|
जल्द निर्णय लेने की क्षमता :-(Quick Decision)
कोई भी कार्य करते समय हम मनुष्य जल्दी निर्णय नही ले पते लेकिन दिए गए निर्देशों के अनुसार कंप्यूटर बहुत ही जल्दी निर्णय लेकर कम करता है|
विविधता :-(Versatility)
मनुष्यों द्वारा एक समय में एक ही कार्य को किया जा सकता है परन्तु कंप्यूटर की सहायता से विभिन्न प्रकार के कार्यो को एक साथ किया जा सकता है! कंप्यूटर में अलग-अलग तरह के कार्यो को एक साथ करने की क्षमता होती है|
स्फूर्ति :-(Agility)
कोई भी इंसान काम करते करते थक जाता है परन्तु कंप्यूटर एक मशीन होने के कारण कभी नही थकता ना ही बोरियत महसूस होती है हमेसा समान क्षमता से कार्य करता है|
कार्य की एकरूपता :-(Uniformity of work)
एक लगातार एक ही कम करने के बाद भी कंप्यूटर के कम करने की क्षमता में कोई अंतर नही आता कार्य की एकरूपता हमेसा बनी रहती है|
कागज के प्रयोग में कमी :-(Paperless Work)
जब कंप्यूटर नही था तब गणना करने या कोई भी काम करने में कागज का बहुत प्रयोग होता था! कंप्यूटर की वजह से अब कागज के प्रयोग में कमी हो गयी है! अधिकतर कम कंप्यूटर पर ही बिना कागज के प्रयोग से ही हो जाता है|
कंप्यूटर के नुकसान :- (Disadvantages of Computer)
आज के समय में हर काम कंप्यूटर से हो रहा है कंप्यूटर हमारे लिए बहुत उपयोगी और फायदेमंद है परन्तु उसके साथ-साथ कंप्यूटर के कुछ नुकसान भी हैं, तो आइये जानते हैं कंप्यूटर से क्या नुकसान हैं और हमे क्या सावधानिया रखनी चाहिए |
वायरस और हैकिंग :-(Virus and Hacking)
अज के टाइम में अधिकतर लोगो के डेटा कंप्यूटर में ही सेव (Save) रहते हैं, जिसको हैकर वायरस या किसी और तरीके से चुरा सकते हैं इसलिए लोगो को कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत सावधानी से करनी चाहिए|
ऑनलाइन साइबर क्राइम :-(Online Cyber Crimes)
ऑनलाइन साइबर क्राइम से हमारा तात्पर्य यह है कि ऑनलाइन कंप्यूटर और नेटवर्क की सहायता से अपराध करना! आज के समय में कंप्यूटर का उपयोग तो तेजी से बढ़ रहा है परन्तु उसके साथ साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है|
रोजगार के अवसर में कमी :- (Reduction Employed Opportunity)
आज के समय में कंप्यूटर का उपयोग बहुत जादा बढ़ गया है! कंप्यूटर से कई सरे काम आसानी से और कम समय में किया जा सकता है! और कंप्यूटर कई सारे लोगो का काम अकेले ही कर लेता है इसलिए भी लोगो को रोजगार मिलने में कमी हो रही है|
उच्च लगत :-(High Cost)
आज के समय में भी कंप्यूटर की लागत बहुत ज्यादा है! जिसे आम इंसान नही खरीद सकता और वो कंप्यूटर से होने वाले लाभों का फायदा नही उठा सकता|
व्यवधान :-(Distractions)
हम लोग सोशल मिडिया पर जादा एक्टिव रहने लगे हैं! आपने कभी वेब ब्राउज करने, You Tube पर विडियो देखने या गेम खेलने में घंटो बिताये होंगे तो आपको पता होगा कि कंप्यूटर कितना विचलित करने वाला भि है! यह काफी Distractions पैदा करता है|
निष्कर्ष :- (Conclusion)
दोस्तों आज के इस पोस्ट में आप लोगो को Computer के बारे में जानकारी मिली! आप लोगो ने कंप्यूटर की परिभासा, उसका इतिहास, जनरेशन, और उसके प्रकार आदि चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त की! अगर आप लोगो को ये पोस्ट अछि लगी हो तो इसे पाने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें! और हमे कमेंट करके जरुर बताएं आपको ये पोस्ट कैसी लगी! ऐसे ही और पोस्ट के लिए कमेंट करें और हमारे उत्साह को बढ़ाएं!
धन्यवाद/ Thanks
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